आइये हमलोग Papita ki Kheti : पपीता की वैज्ञानिक खेती के बारे में समझते हैं।
पपीता की वैज्ञानिक खेती | फलों की बागवानी
पपीता पौष्टिक गुणों से भरपूर स्वादिष्ट फल होता है। इसकी सब्जी भी स्वादिष्ट तथा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है।
* किस्में – सनराइज, सिंगापुर, वाशिंगटन, पूसा डेलिसिअस, पूसा जायंट, पूसा नन्हा, हनीडिउ, CO-3, CO-4 आदि पपीते की प्रमुख किस्में है।
* गड्डे का निर्माण – समतल भूमि में 2-2 मीटर की दूरी पर 50 cm x 50 cm x 50 cm गड्डा बनाकर इसकी मिट्टी निकाल लेना चाहिए। इस मिट्टी में 20 किलोग्राम गोबर की खाद, 1 किलोग्राम अंडी की खली तथा 600 ग्राम सुपरफॉस्फेट मिलाकर गड्ढे को भर देना चाहिए।
* रोपनी – पपीता का पौधा पौधशाला में तैयार किया जाता है। जब बिचड़ा 7-8 इंच का हो जाए तो उसे पौधशाला की मिट्टी लगे गोलों के साथ उखाड़कर तैयार किए हुए गड्ढे में थाला बनाकर तीन पौधों को एकसाथ रोप देना चाहिए। बाद में एक स्वस्थ पौधे को रखकर बाकी को हटा देना चाहिए। पौधा रोपने का उपयुक्त समय जून-जुलाई है।
* मिट्टी चढ़ाना – प्रत्येक थाला में जब एक पौधा रह जाए तो प्रत्येक पौधे के चारों ओर 30 cm की गोलाई में 10-15 cm ऊँची मिट्टी चढ़ा देना चाहिए। इससे पौधा सीधा रहता है तथा वर्षा के दिनों में पानी से बचाव होता है।
* खाद-उर्वरक – पपीते के पौधों में खाद का उपयोग आवश्यक है। प्रति पौधा 200-250 ग्राम नाइट्रोजन, 200-250 ग्राम फॉस्फोरस, 200-500 ग्राम पोटाश दिया जाना चाहिए। इसकी पहली मात्रा बरसात के शुरू में और दूसरी तथा तीसरी मात्रा एक-एक महीने के अंतर पर देना चाहिए।
* सिंचाई – जाड़े में 10-15 दिन के अंतराल पर और गर्मी में 7-8 दिन पर सिंचाई करना चाहिए। बरसात में जल न जमने पाए इसके लिए जल-निकास का प्रबंध करना चाहिए।
* निराई-गुड़ाई – पपीते के खेत को साफ-सुथरा रखना चाहिए। खेत से सूखी पत्तियों को भी हटा देना चाहिए। वर्ष में एक-दो बार खेत की निराई-गुड़ाई अवश्य करना चाहिए।
* फसल-संरक्षण – पपीते के पेड़ में रूट रॉट, बंची टॉप आदि रोग लग जाता है। रूट रॉट से बचने के लिए बोरडॉक्स मिक्सचर का छिड़काव करना चाहिए। बंची टॉप से संरक्षण के लिए 500 PPM टेरासाइक्लीन का छिड़काव करना चाहिए।
* कटनी – सामान्यतः एक वर्ष में पपीते का पेड़ फल देने लगता है। जब फल का रंग पीला होने लगे तो उसे तोड़ लेना चाहिए।
इस तरह आप बड़े ही आसानी से पपीते की खेती करके अच्छे खासे पैसों की कमाई भी कर सकते हैं।
आशा करता हूँ की आपको Papita ki Kheti : पपीता की वैज्ञानिक खेती की पूरी जानकारी पसंद आई होगी। इसे देखने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
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