आइये हमलोग Baigan ki Kheti : बैंगन की वैज्ञानिक खेती के बारे में समझते हैं।
बैंगन की वैज्ञानिक खेती | सब्जियों की बागबानी
सब्जियों में बैंगन (Brinjal) का प्रमुख स्थान है। इसकी खेती सालोभर होती है।
* प्रमुख किस्में- गोल पूसा, परपल राउंड, मुक्तकेशी, बनारस जायंट, कल्याणपुर रेड-राउंड, टाई 4-3, लंबा पूसा, परपल लांग, पूसा क्रांति आदि बैंगन की प्रमुख किस्में हैं।
* खेत की तैयारी- उत्तम जल-निकासवाली भूमि, दोमट एवं मटियार भूमि में बैंगन की अच्छी खेती होती है। बैंगन का पौधा लगाने के पूर्व जमीन की दो-तीन बार अच्छी तरह जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना लिया जाता है। फिर पाटा चलाकर भूमि को समतल कर खरपतवार निकाल दिया जाता है।
* बुआई- बैंगन का बिचड़ा पौधशाला में तैयार किया जाता है। पौधशाला में बीज गिराने के पहले सड़े हुए गोबर की खाद या कंपोस्ट मिट्टी में अच्छी तरह मिला देना चाहिए। तब उसमें बीजों को समान रूप से छीटकर हलके हाथों से मिट्टी में मिला देना चाहिए। बीजों को पत्तियों से ढंककर फब्बारे से हलकी सिंचाई कर देना चाहिए ताकि पौधशाला में नमी बनी रहे।
* रोपाई- लगभग 25 दिनों में पौधशाला में बिचड़ा तैयार हो जाता है। तैयार बिचड़े को ठीक से उखाड़कर खेत में रोप देना चाहिए। एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी 90 cm x 75 cm रहना चाहिए।
* खाद एवं उर्वरक- प्रति हेक्टेयर सड़ी हुई गोबर की खाद या कंपोस्ट 250 क्विंटल, यूरिया 2.0 क्विंटल एवं सिंगल सुपरफॉस्फेट 3.0 क्विंटल की आवश्यकता होती है।
* सिंचाई- गर्मी में प्रत्येक सप्ताह, जाड़ा में 10 दिन पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करना चाहिए।
* निराई- गुड़ाई- पौधा रोपने के लगभग 4-5 सप्ताह बाद निराई-गुड़ाई कर खेत से खरपतवार हटा देना चाहिए। उसके बाद भी आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई की जानी चाहिए।
* फसल- संरक्षण- रूट रॉट, लीफ स्पॉट, धड़फलछेदक, विल्ट आदि बैंगन की फसल को नुकसान पहुँचानेवाले प्रमुख कीट हैं। रूट रॉट का प्रकोप होने पर 3% काबोफूरान जड़ में डाल देना चाहिए। लीफ स्पॉट से बचाव के लिए 0.1% इंडोफिल-45 दवा का छिड़काव करना चाहिए। धड़फलछेदक से बचाव के लिए प्रति लीटर 2 ग्राम कार्बरील के घोल का छिड़काव करना चाहिए। विल्ट का प्रकोप होने पर एक ग्राम कैप्टान एक लीटर पानी में घोलकर जड़ की मिट्टी के पास देना चाहिए।
* कटनी- फल तैयार हो जाने पर उन्हें तोड़ लिया जाता है।
आशा करता हूँ की आपको Baigan ki Kheti : बैंगन की वैज्ञानिक खेती की पूरी जानकारी पसंद आई होगी। इसे देखने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
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