आइये हमलोग Class 6th Science Chapter 2 भोजन में क्या-क्या आता है? इस अध्याय के बारे में समझते हैं….
अध्याय-2. भोजन में क्या-क्या आता है?
पाठ की मुख्य बातें : |
* भोजन के अवयवों में कुछ महत्त्वपूर्ण रासायनिक तत्त्व होते हैं जो ‘पोषक या पोषक तत्त्व’ कहलाते हैं।
Class 6th Science Chapter 2 : भोजन में क्या-क्या आता है?
* भोजन के पोषकों को पाँच प्रमुख वर्गों में बाँटा गया है। ये है- (i) कार्बोहाइड्रेट (ii) वसा (iii) विटामिन (iv) प्रोटीन तथा (v) खनिज लवण।
* कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तथा वसा की जाँच अन्य पोषकों की जाँच से सरल है।
* कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तथा वसा के अलावा विटामिन तथा खनिज लवण भी हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।
* कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
* वसा से भी ऊर्जा मिलती है। कार्बोहाइड्रेट की तुलना में वसा से हमें अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
* प्रोटीन की आवश्यकता शरीर की वृद्धि तथा स्वस्थ रहने के लिए होती है।
* विटामिन रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। इसके अतिरिक्त ये आँख, हड्डियों, दाँत और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में भी सहायता करते हैं।
* विटामिन कई प्रकार के होते हैं- विटामिन A, विटामिन-B, विटामिन-C, विटामिन-D, विटामिन-E तथा विटामिन-K आदि।
* विटामिनों के एक समूह को ‘विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स’ भी कहते हैं।
* हमारे शरीर को सभी प्रकार के विटामिनों की अल्प (कम) मात्रा में आवश्यकता होती है।
* हमारे शरीर को खनिज लवणों की भी आवश्यकता अल्प मात्रा में होती है।
* अधिकांश खाद्य पदार्थों में एक से अधिक पोषक तत्त्व होते हैं, इन पोषकों के अलावा शरीर को आहारी रेशों तथा जल की भी आवश्यकता होती है।
* रूक्षांश हमारे शरीर से बिना पचे भोजन को बाहर निकालने में सहायता करता है।
* वह भोजन जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज लवण, रूक्षांश तथा जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों, उसे ‘संतुलित भोजन या संतुलित आहार’ कहते हैं।
* कम भोजन (जैसे- कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन की कमी) मिलने से बच्चे को ‘मरासमस’ नामक रोग हो जाता है।
* भोजन में प्रोटीन की कमी से क्वाशियोरकर नामक रोग हो जाता है।
* जब शरीर को (ऊर्जादायक भोजन) आवश्यक मात्रा में पोषक पदार्थ नहीं मिलता है तब इस स्थिति को ‘कुपोषण’ कहते हैं।
* विटामिन-A की कमी लंबे समय तक रहने पर बच्चा हमेशा के लिए अंधा भी हो सकता है।
* भोजन में वसा की मात्रा अत्यधिक होने से ‘मोटापा’ बढ़ जाता है।
* वैसे रोग जो लंबी अवधि तक पोषकों के अभाव के कारण होते हैं, उन्हें ‘अभावजन्य रोग’ कहते हैं।
* दूषित जल पीने से अतिसार, टाइफाइड तथा जॉन्डिस (पीलिया) जैसी बीमारियाँ होती हैं।
* सभी अभावजन्य रोगों की रोकथाम संतुलित आहार लेने से की जा सकती है।
विटामिन और खनिज लवणों के अभाव के कारण होने वाले कुछ रोग |
विटामिन/खनिज | अभावजन्य रोग/विकार | लक्षण |
विटामिन-A | रतौंधी | कमजोर दृष्टि, अंधेरे (रात) में कम दिखाई देना, कभी-कभी पूरी तरह से दिखाई नहीं देना। |
विटामिन-B | बेरी-बेरी | दुर्बल पेशियाँ और काम करने की ऊर्जा में कमी। |
विटामिन-C | स्कर्वी | मसूड़ों से खून निकलना, घाव भरने में अधिक समय लगना। |
विटामिन-D | रिकेट्स | अस्थियों का मुलायम होकर मुड़ जाना। |
कैल्सियम | अस्थि और दंत क्षय | कमजोर अस्थियाँ, दंतक्षय। |
आयोडीन घेघा | घेंघा | गला की ग्रंथि का फूल जाना, बच्चों में मानसिक विकलांगता। |
लौह | अल्प रक्तता | कमजोरी, रक्त की कमी। |
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क्रियाकलाप से संबंधित तालिका की पूर्ति प्रश्न
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तालिका 2.1 : विभिन्न क्षेत्रों/जिलों के कुछ सामान्य भोजन (पृष्ठ संख्या-12) |
राज्य के क्षेत्र | अन्न का व्यंजन | दाल | सब्जियाँ | अन्य व्यंजन |
मगध क्षेत्र | चपाती/चावल | राजमा, अरहर | आलू , सोयाबीन | दही, घी |
भोजपुरी क्षेत्र | मक्का की रोटी, चावल | मूंग, मसूर | हरी सब्जी, राजमा | मक्खन, पनीर |
वज्जिका क्षेत्र | बाजड़े की रोटी | अरहर, चना | हरी सब्जी,राजमा | मट्ठा, नींबू रस |
मिथिला क्षेत्र | चूड़ा, चावल | खेसारी, अरहर | परवल, सोयाबीन | साग, चटनी |
अंग क्षेत्र | चूड़ा, बाजड़े की रोटी | चना, मसूर | गोभी, साग | दही, दूध, घी |
तालिका 2.2 : राज्यों के सामान्य भोजन (पृष्ठ संख्या-12) |
राज्य | भोज्य पदार्थ |
बिहार | लिट्टी चोखा |
उत्तर प्रदेश | मक्का की रोटी |
केरल | इडली, डोसा |
पश्चिम बंगाल | |
झारखण्ड |
तालिका 2.3: खाद्य पदार्थों में उपस्थित पोषक तत्व (पृष्ठ संख्या-15) |
खाद्य पदार्थ | मंड | प्रोटीन | वसा |
कच्चा आलू | हाँ | ||
दूध | हाँ | ||
मूंगफली | हाँ | ||
बिना पका चावल (चूर्ण) | हाँ | ||
पका हुआ चावल | हाँ | ||
सूखा नारियल | हाँ | ||
बिना पकी अरहर की दाल (चूर्ण) | हाँ | ||
पकी हुई दाल | हाँ | ||
किसी सब्जी का एक टुकड़ा | हाँ | ||
किसी फल का एक टुकड़ा | हाँ | ||
उबला अंडा (सफेद भाग) | हाँ | ||
दही |
हाँ | ||
बादाम | हाँ |
अभ्यास के प्रश्न और उनके उत्तर- |
प्रश्न 1. सही विकल्प को चुनें।
(क) आलू में उपस्थित होता है-
(i) मंड (ii) प्रोटीन
(iii) वसा (iv) खनिज-लवण।
उत्तर : (i) मंड
(ख) घेंघा रोग किसकी कमी से होता है-
(i) विटामिन-सी (ii) कैल्सियम
(iii) आयोडीन (iv) फॉस्फोरस
उत्तर : (iii) आयोडीन
(ग) रुक्षांश के मुख्य स्रोत हैं-
(i) चावल (ii) बेसन
(iii) जल (iv) ताजे फल और सब्जियाँ
उत्तर : (iv) ताजे फल और सब्जियाँ
(घ) भोजन में मंड परीक्षण के दौरान टिंक्चर आयोडीन के हल्के घोल की कुछ बूँदें मिलाने पर खाद्य-पदार्थ का रंग बदल जाता है-
(i) नीला (ii) काला
(iii) नीला या काला (iv) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर : (iii) नीला या काला
(ङ) ऊर्जा देनेवाले पोषक-तत्व कहलाते हैं-
(i) वसा (ii) कार्बोहाइड्रेट
(iii) वसा एवं कार्बोहाइड्रेट (iv) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर : (iii) वसा एवं कार्बोहाइड्रेट
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प्रश्न 2. मिलान कीजिए।
(क) विटामिन-ए | (i) स्कर्वी |
(ख) विटामिन-बी | (ii) रिकेट्स |
(ग) विटामिन-सी | (iv) घेंघा रोग |
(घ) विटामिन-डी | (v) बेरी-बेरी |
(ङ) आयोडीन | (vi) दृष्टिहीनता |
उत्तर :
(क) विटामिन-ए | (vi) दृष्टिहीनता |
(ख) विटामिन-बी | (v) बेरी-बेरी |
(ग) विटामिन-सी | (i) स्कर्वी |
(घ) विटामिन-डी | (ii) रिकेट्स |
(ङ) आयोडीन | (iv) घेंघा रोग |
प्रश्न 3. इनमें सही कथन को (सही) अंकित कीजिए-
(क) केवल चावल खाने से हम अपने शरीर के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
उत्तर : (गलत)
(ख) संतुलित आहार खाकर अभावजन्य रोगों की रोकथाम की जा सकती है।
उत्तर : (सही)
(ग) शरीर के लिए संतुलित आहार में नाना प्रकार के खाद्य पदार्थ होने चाहिए।
उत्तर : (सही)
(घ) शरीर को सभी पोषक-तत्त्व उपलब्ध कराने के लिए केवल माँस पर्याप्त है।
उत्तर : (गलत)
प्रश्न 4. दो ऐसे खाद्य पदार्थों के नाम लिखिए जिनमें निम्नलिखित पोषक-तत्त्व प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं-
(क) वसा (ख) मंड (ग) आहारी रेशे (घ) प्रोटीन
उत्तर :
पोषक तत्त्व | खाद्य पदार्थों के नाम |
(क) वसा | घी, मक्खन |
(ख) मंड | आलू, चावल |
(ग) आहारी रेशे | ताजा फल, साग |
(घ) प्रोटीन | दाल, अंडा |
प्रश्न 5. निम्नलिखित के नाम लिखिए-
(क) पोषक-तत्त्व जो मुख्य रूप से हमारे शरीर को ऊर्जा देते हैं।
उत्तर : (क) कार्बोहाइड्रेट, वसा
(ख) पोषक-तत्त्व जो हमारे शरीर की वृद्धि और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
उत्तर : (ख) प्रोटीन और विटामिन
(ग) वह विटामिन जो हमारी अच्छी दृष्टि के लिए आवश्यक है।
उत्तर : (ग) विटामिन-A
(घ) वह खनिज जो अस्थियों के लिए आवश्यक है।
उत्तर : (घ) कैल्सियम
प्रश्न 6. हमारे भोजन के मुख्य पोषक-तत्त्वों के नाम लिखिए।
उत्तर- हमारे भोजन के मुख्य पोषक तत्त्वों के नाम हैं—कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन तथा खनिज लवण।
प्रश्न 7. कुपोषण से आप क्या समझते हैं? इससे कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर- कुपोषण का शाब्दिक अर्थ है—अभावजनित भोजन अथवा संतुलित आहार की कमी।
अतः जब शरीर को आवश्यक मात्रा में पोषक-तत्त्व पदार्थ नहीं मिलते हैं, तब इस स्थिति को कुपोषण कहते हैं। आवश्यक पोषक तत्त्व पदार्थ में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण तथा विटामिन होते हैं।
यदि इनमें से कोई पोषक-तत्त्व शरीर को बिल्कुल न मिले या कम मात्रा में मिले तो कुपोषण का शिकार होना पड़ता है। यह मुख्यतः छोटे बच्चे में अधिक होता है।इससे बचने के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता होती है।
भोजन में आवश्यक मात्रा में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण तथा विटामिन होना चाहिए तभी इससे बचा जा सकता है।
* * * (समाप्त) * * *
आशा करता हूँ आपको Class 6th Science Chapter 2 भोजन में क्या-क्या आता है? की पूरी जानकारी पसंद आई होगी। इसे देखने के लिए आपको बहुत–बहुत धन्यवाद…..
ये भी पढ़ें- Class 6th Science Chapter 1 : भोजन कहाँ से आता है?