आइये हमलोग World Cup for Hockey in Hindi : हॉकी खेल के नियम के बारे में समझते हैं।
हॉकी खेल के नियम (Rules for Hockey)
* परिचय- भारत में खेले जानेवाले विदेशी खेलों में हॉकी का विशेष स्थान है। पहले तो केवल पुरुष ही हॉकी खेलते थे, पर इन दिनों महिलाएँ भी इस खेल को बड़े ही उत्साह से खेलती हैं। कुछ वर्ष पूर्व तक भारत के खिलाड़ी इस खेल में बड़े निपुण थे। इसी कारण विश्व ओलंपिक में भारत को लगातार कई वर्षों तक स्वर्णपदक मिला था। भारतीय खिलाड़ी ध्यानचंद हॉकी के जादूगर के रूप में जाने जाते थे।
World Cup for Hockey in Hindi : हॉकी खेल के नियम
* खेल का मैदान- हॉकी के खेल का मैदान समतल और आयताकार होता है। इसकी लंबाई 91.4 m और चौड़ाई 55 m होती है, जो चार भागों में बँटी होती है। गोल रेखा पर केंद्र से 1.85 m की दूरी पर दो गोलपोस्ट खड़े होते हैं। यह मैदान में खेला जानेवाला खेल है। खेल के मैदान में कई तरह की रेखाएँ अंकित रहती हैं। इसकी सीमा-रेखा उजले रंग से खींची जाती है।
लंबाई की रेखा को साइड रेखा तथा चौड़ाई की रेखा को गोल रेखा कहा जाता है। सभी सीमा-रेखाओं की चौड़ाई तीन इंच होती है। मैदान के सभी कोनों पर लगभग 1.2 मीटर ऊँचे झंडे लगा दिए जाते हैं। ऐसी दो गोल रेखाओं के बीचोंबीच एक समानांतर रेखा रहती है। इसे मध्य रेखा कहते हैं।
* गोलपोस्ट- मैदान की दोनों गोल रेखाओं के केन्द्र में एक-एक गोलपोस्ट होता है। प्रत्येक गोलपोस्ट के बीच की दूरी 3.66 मीटर होती है। गोलपोस्ट 2.13 मीटर ऊँचे होते हैं। प्रत्येक गोलपोस्ट के ऊपरी सिरे पर एक आड़ा खंभा रहता है। प्रत्येक गोलपोस्ट के पीछे लगभग 5 सेंटीमीटर चौड़ा एक बोर्ड लगा रहता है जिसे गोल बोर्ड कहते हैं। गोलपोस्ट के बाहर काले रंग का जाल लगा रहता है जो गेंद को बाहर जाने से रोकता है।
* हॉकी स्टिक- प्रमाणित हॉकी स्टिक 34″ से 36″ लंबा तथा 12 औंस से 28 औंस वजन का होता है। महिलाओं के लिए स्टिक का अधिकतम वजन 23 औंस होता है। हॉकी स्टिक विशेष प्रकार की हलकी लकड़ी का बना होता है। वह बाई ओर चपटा होता है। इसे 5 cm के छल्ले से पार हो जाना चाहिए। इसका अधिकतम व्यास 5.10 cm होना चाहिए।
* हॉकी का गेंद- यह गेंद ठोस पदार्थ का बना होता है। ऊपर का आवरण चमड़े या रक्सिन का होता है जिसका रंग साधारणतः सफेद होता है। गेंद का वजन 5.5 से 5 3/4 औंस है।
* खिलाड़ियों की संख्या- फुटबॉल की तरह हॉकी टीम में भी 11 खिलाड़ी होते हैं जिनमें 5 फॉरवर्ड, 3 हाफ-बैक, 2 फुल-बैक और 1 गोलकीपर होते हैं। 5 फॉरवर्ड का स्थान क्रमशः राइट-आउट, राइट-इन, सेंटर, लेफ्ट-इन और लेफ्ट-आउट का होता है। इसी प्रकार, 2 फुल-बैक में एक राइट बैक और दूसरा लेफ्ट बैक होता है। 3 हाफ-बैंक में एक राइट हाफ-बैक, एक सेंटर हाफ-बैक और एक लेफ्ट हाफ-बैक होता है। गोल करने का अधिकार केवल फॉरवर्ड को ही है।
इन 11 खिलाड़ियों के अतिरिक्त प्रत्येक टीम या दल में 5 अतिरिक्त खिलाड़ी होते हैं जिनके द्वारा किसी खिलाड़ी को स्थानापन्न किया जा सकता है।
* खेल के अधिकारी- नियमबद्ध रूप से खेल को चलाने के लिए दो निर्णायक
(अंपायर या रेफरी) और दो समयपाल (टाइमकीपर) होते हैं। खेल के मैदान के दो
भागों में प्रत्येक भाग का एक निर्णायक होता है। समयपालों के काम का संबंध समय के आलेख और समयपालन से होता है।
* खिलाड़ियों व गोलकीपर की पोशाक- हॉकी के खिलाड़ी हाफ-पैंट या जाँघिया तथा गंजी या जर्सी पहनते हैं। पर, गोलरक्षक की पोशाक कुछ भिन्न होती है। प्रत्येक खिलाड़ी की जर्सी की पीठ पर उसका नंबर बड़े अक्षरों में लिखा होता है। खिलाड़ी पैरों में सफेद जूते और लंबे मोजे पहनते हैं। गोलरक्षक पैर में लेग-गार्ड पहनते हैं और सिर पर हेलमेट पहनते हैं।
* खेल की अवधि- 70 मिनट का हॉकी मैच 35 मिनट की दो पारियों में बँटा होता है। बीच में 5 मिनट से 10 मिनट के अंतराल का विश्राम होता है। अतराल के बाद खिलाड़ियों का साइड बदल जाता है। अंतराल को खेल की अवधि में नहीं जोड़ा जाता है। यदि खेल के दौरान कोई खिलाड़ी आहत हो गया तो जितने समय का खेल बर्बाद हुआ होता है उतना समय खेल की अवधि में जोड़ दिया जाता है।
* खेल का आरंभ- टॉस द्वारा इस खेल का आरंभ होता है। टॉस जीतनेवाला कप्तान साइड चुनता है या पहले बुली करने का फैसला करता है। बुली करने के पहले सभी खिलाड़ी अपने-अपने स्थान पर चले जाते हैं। बुली करने के लिए गेंद को मध्य रेखा के बीच वृत्त-केंद्र पर रखा जाता है।
(i) बुली करना- बुली करनेवाले दोनों खिलाड़ी आमने-सामने खड़े हो जाते हैं। पुनः रेफरी की सीटी बजते ही दोनों खिलाड़ी अपने स्टिक को पहले जमीन से छुलाते हैं, फिर गेंद के ऊपर अपने स्टिक के ब्लेड को टकराते हैं। जो खिलाड़ी अधिक सतर्क रहता है वह गेंद को स्टिक से पकड़कर विरोधी दल की ओर बढ़ाता है। इस प्रकार, खेल का आरंभ हो जाता है।
(ii) गोल होना- यदि कोई आक्रामक खिलाड़ी विपक्षी के मैदान की ‘डी’ रेखा के भीतर से नियमानुकूल गेंद को हिट कर गोल के अंदर पहुँचा देता है तो गोल हो जाता है। गोल हो जाने पर पुनः सेंटर बुली होती है।
* खेल में हार-जीत- इस खेल में जो दल अधिक गोल दागता है उसकी जीत होती है। दोनों ओर से बराबर गोल होने की स्थिति में मैच ड्रॉ (अनिर्णीत समाप्त) हो जाता है।
आशा करता हूँ दोस्तों आपको World Cup for Hockey in Hindi : हॉकी खेल के नियम की पूरी जानकारी पसंद आई होगी। इसे देखने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
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